नई दिल्ली, 18 अप्रैल। सरकारी स्कूलों को पीएम श्री का दर्जा दिया गया है लेकिन अभी तक यह केवल नाम मात्र के लिए ही हैं। इन स्कूलों को न तो अभी तक एफीलिएशन मिल पाया है और न ही यहां पर अलग से एडमिशन प्रक्रिया को चलाया जा रहा है। करोड़ों की राशि इन स्कूलों पर अभी खर्च की जा रही है। पीएमश्री स्कूलों में इस नए सत्र के तहत दाखिलों को लेकर कोई स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी नहीं हुए हैं। ऐसे में सामान्य तौर पर ही छात्रों के दाखिले किए जा रहे हैं।
हालांकि मॉडल संस्कृति स्कूलों के साथ ही पीएमश्री स्कूलों में भी सीबीएसई पैटर्न के आधार पर परीक्षाएं कराने की घोषणा की थी। दो साल पहले सीबीएसई से संबद्ध राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों में बीते दो सत्र से सीबीएसई पैटर्न से परीक्षा संचालित हो चुकी हैं, लेकिन इन स्कूलों का अभी नाम ही बदला गया है।
गुड़गांव में चार सरकारी स्कूलों को बीते सत्र में ही पीएमश्री स्कूल का दर्जा मिला था। ऐसे में उम्मीद थी कि नए शैक्षणिक सत्र 2024-25 में सीबीएसई से संबद्ध स्कूल होने के बाद उसी पैटर्न से दाखिला प्रक्रिया होगी और परीक्षाएं आयोजित कराई जाएंगी, लेकिन अभी तक इन स्कूलों की पूरी जानकारी सीबीएसई के पोर्टल पर अपलोड नहीं की जा सकी हैं। जिस कारण पीएमश्री दर्जा प्राप्त स्कूलों में सीबीएसई पैटर्न के अनुसार दाखिले नहीं हो रहे। इतना ही नहीं नए चार स्कूलों को भी पीएमश्री करने की घोषणा हो चुकी है, इन स्कूलों में भी कोई कार्य शुरू नहीं हो पाया है।