गढ़वाली भाषा एवं गढ़वाली साहित्य को बढ़ावा देने के लिए मानद उपाधि से सम्मानित हुए संदीप रावत

श्रीनगर, 27 अगस्त। गढ़वाली लेखक एवं शिक्षक संदीप रावत ‘कोलंबिया पेसेफिक वर्चुअल विश्वविद्यालय, मथुरा (उत्तर प्रदेश )’द्वारा डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित हुए. यह मानद डॉक्टरेट उपाधि उन्हें ‘गढ़वाली साहित्य एवं लोक संस्कृति ‘ में कार्य करने, नई पीढ़ी को अपनी मातृभाषा व लोक संस्कृति से जोड़ने के लिए ये प्रदान की गई.

डॉक्टरेट मानद उपाधि संदीप रावत को कोलंबिया पेसेफिक वर्चुअल विश्वविद्यालय द्वारा मथुरा में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मंजू दिलेर (राज्य मंत्री, उत्तर प्रदेश), विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डॉ. रश्मि शर्मा के हाथों प्रदान की गई.

शिक्षक संदीप रावत शिक्षण कार्य के साथ-साथ कई वर्षों से गढ़वाली भाषा एवं गढ़वाली साहित्य के लिए कार्य कर रहे हैं एवं नई पीढ़ी को भी गढ़वाली भाषा और लोक संस्कृति से जोड़ने का कार्य कर रहे हैं. आखर ट्रस्ट के माध्यम से भी वह यह कार्य करते आ रहे हैं. वर्तमान में वह राजकीय इंटर कॉलेज भल्लेगांव (बागवान) में रसायन विज्ञान के प्रवक्ता पद पर कार्यरत हैं. उनकी एक अन्य गढ़वाली पुस्तक ‘तीस ‘ शीघ्र लोकार्पित होने वाली हैं. यह उनकी फुटकर गढ़वाली कविताओं का संग्रह है.

राजकीय इंटर कॉलेज भल्लेगांव के प्रधानाचार्य बीएस रावत एवं समस्त शिक्षकों, अन्य शिक्षक साथियोंं ने संदीप रावत को मानद डॉक्टरेट उपाधि मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त की. साथ ही उन्हें बधाई भी दी. इस अवसर पर संदीप रावत ने कहा कि यह सम्मान गढ़वाली भाषा-साहित्य और यहां की लोक संस्कृति का सम्मान है.

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