डॉ. अजय मोहन सेमवाल। दो दिवसीय सौर मेले में विभिन्न कंपनियों ने अपने उत्पादों के स्टॉल लगाए हैं। कई कंपनियों के सोलर वाटर हीटर, सोलर लैंप, सोलर इन्वर्टर को लेकर उपभोक्ताओं में उत्सुकता देखने को मिली है। रसोई गैस की खपत को देखते हुए इंडियन ऑयल कंपनी ने ऐसा ही चूल्हा बनाया है जिसमें गैस की जरूरत नहीं होगी। इसे धूप में एक बार चार्ज करेंगे तो इस पर 24 घंटे तक भोजन बनाया जा सकेगा।
सौर कौथिग में सुर्खियां बटोर रहा सूर्य नूतन चूल्हा
यूपीसीएल और उरेडा की ओर से दून में सोमवार से शुरू हुए सौर कौथिग में नए चूल्हे ‘सूर्य नूतन इनडोर सोलर कूकिंग सिस्टम’ के लिए कौतूहल नजर आया। प्रदेश के पहले दो दिवसीय सौर मेले में विभिन्न कंपनियों ने अपने उत्पादों के स्टॉल लगाए। कई कंपनियों के सोलर वाटर हीटर, सोलर लैंप, सोलर इन्वर्टर को लेकर उपभोक्ता में आकर्षण नजर आया। इन सभी के बीच इंडियन ऑयल के सूर्य नूतन सोलर चूल्हे का निर्माण कर रही कंपनी ई-शार्प के प्रतिनिधि भी पहुंचे।
धूप के अलावा बिजली से भी होगा चार्ज
ई-शार्प के निदेशक नरेश गोयल ने बताया कि यह ऐसा सोलर चूल्हा है, जिसमें ऊर्जा को स्टोर किया जाता है। बताया कि सौर ऊर्जा से छह घंटे में यह पूरा चार्ज हो जाता है। इसके बाद 24 घंटे तक इस पर खाना बनाया जा सकता है। खराब मौसम में सूरज की रोशनी न होने पर यह महज तीन यूनिट बिजली से पूरा चार्ज होकर 24 घंटे तक चल सकता है।
सिंगल और डबल बर्नल के विकल्प उपलब्ध
उन्होंने बताया कि सूर्य नूतन चूल्हा रसोई के लिए वरदान साबित हो सकता है। इससे हर महीने एक गैस सिलिंडर की बचत की जा सकती है। दो से ढाई साल में इसकी पूरी लागत वसूल हो जाती है। इसमें सिंगल बर्नर और डबल बर्नर के विकल्प भी उपलब्ध हैं। खास बात ये भी है कि इस सोलर चूल्हे से हर घर से सालाना होने वाले पांच से छह टन कार्बन उत्सर्जन से पर्यावरण बचेगा तो इसमें लगे ऑनलाइन सिस्टम से कहीं भी बैठे हुए इसका संचालन किया जा सकता है।