केदारनाथ के कपाट विधि-विधान के साथ बंद हो गए हैं. 18, 644 तीर्थयात्रियों ने कियेे बाबा केदार के दर्शन किए, video

डॉ. अजय मोहन सेमवाल। चारधामों में शुमार बाबा केदारनाथ के कपाट भैयादूज पर्व पर सुबह आठ बजकर तीस मिनट पर शीतकाल के लिए बंद हो गए हैं. आज कपाट बंद होने तक 18, 644 श्रद्धालु बाबा केदार के दरबार पहुंचे. ये सभी इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बने. सभी श्रद्धालुओं ने भगवान भोलेनाथ के दर्शन कर उनका आशीर्वाद लिया. इस साल केदारनाथ यात्रा में 16,52,076 श्रद्धालु केदारनाथ धाम पहुंचे.
6 माह के लिए समाधि में लीन हुए महादेव
बता दें बाबा केदार के कपाट ऊं नमः शिवाय और जय बाबा केदार के जयघोष के बीच विधि-विधान और धार्मिक परंपराओं के साथ बंद किए गए. भगवान भोले नाथ 6 माह के लिए समाधि में लीन हो गए हैं. इसी बीच भारी संख्या में श्रद्धालु आर्मी की बैंड धुनों में जमकर थिरकते नजर आए.
18000 से ज्यादा श्रद्धालु कपाट बंद होने के बनें साक्षी
कपाट बंद होने के अवसर पर दिवाली के दिन से बाबा केदार के मंदिर को फूलों से भव्य सजाया गया था. आज 18, 644 से ज्यादा श्रद्धालु बाबा केदार के कपाट बंद होने के साक्षी बने हैं. भगवान शिव केदारनाथ धाम में ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग के रूप में विराजमान हैं. उत्तराखंड चारधाम यात्रा 10 मई को शुरू हुई थी. देश-विदेश से लाखों की संख्या में तीर्थयात्री गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ धाम पहुंचे.
कपाट बंद होने  के  अवसर पर बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय  ने  कहा कि इस यात्राकाल में रिकार्ड  साढ़े 16 लाख से अधिक तीर्थ यात्री श्री केदारनाथ धाम पहुंचे। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन से आज भव्य व दिव्य केदारपुरी का पुनर्निर्माण हो रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिह धामी के मार्गदर्शन में केदारनाथ धाम यात्रा का सफल संचालन हुआ। उन्होंने सफल यात्रा संचालन के लिए बीकेटीसी के कार्मिकों, पुलिस – प्रशासन, यात्रा व्यवस्था से जुड़े विभिन्न विभागों, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी आदि  का आभार जताया।
 बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा हरीश गौड़ ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि बाबा केदार की  पंचमुखी डोली आज 3 नवंबर  को रामपुर रात्रि प्रवास करेगी 4 नवंबर  सोमवार को श्री विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी  रात्रि प्रवास कर 5 नवंबर मंगलवार को शीतकालीन गद्दीस्थल  श्री ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ पहुंचेगी। शीतकाल में बाबा केदार की पूजा ओंकारेश्वर मंदिर  उखीमठ में ही संपादित होगी।

आज कपाट बंद होने के अवसर पर बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय के अलावा स्वामी संबिदानंद महाराज,रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी डा.सौरव गहरवार, पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रह्लाद कोंडे, केदारनाथ विकास प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्याधिकारी योगेंद्र सिंह, मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल, सदस्य श्रीनिवास पोस्ती,भास्कर डिमरी, प्रभारी  अधिकारी यदुवीर पुष्पवान, मुख्य पुजारी शिवशंकर लिंग, धर्माचार्य ओंकार शुक्ला, तीर्थ पुरोहितों की संस्था केदार सभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी,पूर्व अध्यक्ष विनोद शुक्ला, वेदपाठी स्वयंबंर सेमवाल, डोली प्रभारी प्रदीप सेमवाल, ललित त्रिवेदी,देवानंद गैरोला अरविंद शुक्ला, कुलदीप धर्म्वाण, उमेश पोस्ती,प्रकाश जमलोकी, रविंद्र भट्ट आदि मौजूद रहे।

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