थराली में हिंदू संगठन और राजनीतिक दलों ने महारैली निकाली. जिसे लेकर पुलिस प्रशासन मुस्तैद नजर आया. वहीं, प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी कर जोरदार प्रदर्शन किया.
डॉ. अजय मोहन सेमवाल। थराली में भारी पुलिस बल की मौजूदगी में हिंदू संगठनों, राजनीतिक दलों और युवा संगठनों ने महारैली निकाली. इस दौरान उन्होंने नारेबाजी और जुलूस निकाल कर नाबालिग लड़की से रेप के आरोपी युवक को फांसी देने की मांग की. साथ ही आपदा के दौरान के मुआवजा प्राप्त समुदाय विशेष के लोगों के खिलाफ सत्यापन कर कार्रवाई करने की मांग भी उठाई. वहीं, प्रदर्शनकारियों ने थराली एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भी भेजा. उधर, व्यापारियों ने दोपहर 2 बजे तक बाजार बंद रखा.
नाबालिग लड़की से रेप के बाद मामला गरमाया
दरअसल, बीती 9 अक्टूबर को एक 17 साल की नाबालिग लड़की से रेप का मामला सामने आया था. जिसका आरोपी समुदाय विशेष के नाई दिलबर खान पर लगा. ऐसे में रेप का मामला सामने आते ही 10 अक्टूबर को स्थानीय व्यापारी, युवा और हिंदूवादी संगठन थराली बाजार में आ धमके. जहां उन्होंने जोरदार प्रदर्शन कर चक्का जाम किया. किसी तरह से पुलिस ने मामले को शांत कर हालत को काबू में किया, लेकिन 16 अक्टूबर को सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाला एक भड़काऊ पोस्ट वायरल हो गया. जिसके बाद 17 अक्टूबर को थराली में तनाव की स्थिति हो गई, लेकिन समय रहते प्रशासन ने थराली क्षेत्र में भारी तादाद में पुलिस फोर्स तैनात कर दिया था.
वहीं, इसी दिन यानी 17 अक्टूबर को ही कुलसारी में युवाओं और हिंदूवादी संगठनों ने एक बैठक बुलाई. जिसमें आज यानी 18 अक्टूबर को थराली बाजार बंद करने और रैली निकालने का ऐलान कर दिया. इसको देखते हुए पुलिस प्रशासन और अभिसूचना इकाई सतर्क हो गई. ऐसे में आज तड़के ही पूरे थराली नगर क्षेत्र के संवेदनशील स्थानों पर पुलिस और पीएसी के जवानों को तैनात कर दिया गया. अपनी घोषणा के अनुसार आंदोलनकारी सुबह से ही ग्वालदम तिराहे में जमा हो गए.
दोपहर 11 बजे के करीब पुलिस फोर्स की घेराबंदी के बीच स्थानीय व्यापारियों, हिंदूवादी संगठनों और युवाओं ने जोरदार नारेबाजी कर जुलूस निकाला. जो एसबीआई मार्केट, मस्जिद मार्केट होते हुए मुख्य बाजार तक पहुंचा. जहां पर जोरदार प्रदर्शन करते हुए आरोपी को फांसी देने समेत अन्य मांगों को लेकर सड़क पर ही धरने पर बैठ गए. इस बीच थराली के उपजिलाधिकारी अबरार अहमद भी मौके पर पहुंचे. जहां प्रदर्शनकारियों ने उन्हें मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन सौंपा.
इन मांगों को लेकर सीएम धामी को भेजा ज्ञापन
इस ज्ञापन के माध्यम से सीएम धामी से साल 2013 की आपदा में मुआवजा लेने वाले समुदाय विशेष के लोगों को बाहर करने, मूल रूप से यहां के समुदाय विशेष के लोगों का चिन्हीकरण कर अन्य को हटाने, उनकी ओर किए गए अवैध अतिक्रमण को हटाने, गांव में फेरी लगाने वालो पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई. साथ ही पूरे मामले में एक हफ्ते के भीतर कार्रवाई करने की मांग की. ऐसा न होने पर फिर से आंदोलन करने की चेतावनी दी.
बाहरी लोगों के सत्यापन के तहत तहसील क्षेत्र के 1,518 लोगों का सत्यापन किया गया है. अकेले थराली में 148 लोगों का सत्यापन किया जा चुका है. सत्यापन की क्रॉस चेकिंग के लिए थराली तहसीलदार, थानाध्यक्ष और नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी की एक कमेटी का गठन किया गया है. जो सत्यापन कर रिपोर्ट सौंपेगी, उसके बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी. जहां तक विस्थापित परिवारों के मुआवजे की बात है, उसमें साल 2013 की आपदा के बाद विस्थापितों पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.
– अबरार अहमद, उपजिलाधिकारी, थराली