श्रीनगर, 30 अगस्त। गढ़वाल विवि के चौरास परिसर स्थित अकादमिक गतिविधि केंद्र में नीति निर्माण बूट कैंप का आयोजन किया गया। बूट कैंप का उद्देश्य उन युवा दिमागों को एक साथ लाना था जो अपने परिवेश में बदलाव लाना चाहते हैं। इस दौरान युवा मानसिक स्वास्थ्य को लेकर भी चर्चा की गई। कहा गया कि नीति निर्माण में युवाओं की भूमिका महत्वपूर्ण होती है।
बूट कैंप का आयोजन सार्वजनिक नीति एवं सुशासन केंद्र, उत्तराखंड सरकार, संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम व एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय के सहयोग से किया गया। कार्यक्रम में सामाजिक विज्ञान और प्रबंधन के विभिन्न विषयों से 60 युवाओं की भागीदारी रही। प्रो. एमसी सती ने उत्तराखंड में शहरीकरण और उत्तराखंड में युवा मानसिक स्वास्थ्य की दो चुनौतियों के समाधान तैयार करने के लिए कहा।
इस दौरान चार महत्वपूर्ण मुद्दों पर नीतियां बनाने को लेकर चर्चा की गई जिसमें मानसिक स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे में निवेश, जागरूकता अभियान, स्कूल-आधारित मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम और सामुदायिक सहायता प्रणाली शामिल रही। छात्रों ने इन मुद्दों से निपटने के लिए व्यापक रणनीतियों का प्रस्ताव भी रखा। एसीईओ, सीपीपीजीजी डॉ. मनोज कुमार पंत ने कहा कि नीति निर्माण में युवाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है। प्रो. हिमांशु बौराई ने नीति की समावेशिता के बारे में बताया जहां युवा महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कार्यक्रम का संचालन अर्थशास्त्र विभाग ने किया।