यमकेश्वर, 1 अगस्त। महायोगी गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय बिथ्याणी यमकेश्वर पौड़ी गढ़वाल में देवभूमि उद्यमिता योजना के अंतर्गत सेंसटाइजेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त छात्र-छात्राएं, प्राध्यापक व शिक्षणेत्तर कर्मचारि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ) योगेश शर्मा ने किया। देवभूमि उद्यमिता योजना के नोडल अधिकारी डॉक्टर राम सिंह सामंत, देवभूमि उद्यमिता विकास प्रशिक्षण संस्थान, अहमदाबाद से प्रशिक्षित मेंटर डॉ उमेश त्यागी, डॉ सुनील प्रसाद, डॉ विनय कुमार पांडे, डॉ पूजा रानी, डॉ गिरिराज सिंह, डॉ कमलेश कुमार उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ नीरज नौटियाल ने किया।
कार्यक्रम में प्रशिक्षित मेंटर डॉ उमेश त्यागी ने उद्यमिता को किस प्रकार प्रभावित बनाया जाए, स्टार्टअप कैसे किया जाए विषय पर सभी को अवगत कराया। डॉ त्यागी ने बताया कि किस प्रकार आवश्यकता और सुविधा हमें रोजगार अर्थात उद्यमिता के अवसर प्रदान कर सकता है। हमारे आसपास किसी भी प्रकार कि छोटी-छोटी आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु उद्यमिता को आरंभ के रूप में लिया जा सकता है। आवश्यकता किस प्रकार हमें विचार देगी और इस पर विचार कार्य करें और अपनी स्किल के अकॉर्डिंग हम किस प्रकार सोचें और उसे किस प्रकार एंटरप्रेन्योरशिप तक लेकर जाए। हमारी स्किल किस प्रकार उद्यमिता में परिवर्तित हो, किस प्रकार पहाड़ पर रहने वाले छात्र छात्राएं ऑर्गेनिक, नेचुरल चीजों की ब्रांडिंग करें और स्टार्टअप दे सकते हैं।
देवभूमि उद्यमिता के नोडल अधिकारी डॉ राम सिंह सामंत ने बताया कि किस प्रकार उद्यमिता को अत्यधिक प्रभावी बना हम अपने समाज में रोजगार दे सकते हैं स्वयं रोजगार देने वाला हम किस प्रकार बने इस पर व्याख्यान दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रोफेसर (डॉ) योगेश कुमार शर्मा ने छात्र-छात्राओं को बताया कि किस प्रकार और क्यों उद्यमिता जरूरी है किस प्रकार हम अपना,अपने समाज के लिए रोजगार दे सकते हैं, क्योंकि आने वाले समय में सभी के लिए नौकरी देना संभव नहीं है। अतः उद्यमिता ही एक ऐसा उपाय है जिससे हम स्वयं का अपने समाज का व अपने प्रदेश का और अपने देश की उन्नति कर सकते हैं।